Mahila samanta diwas : नमस्कार दोस्तों, हम जिस देश में रहते हैं उस देश में महिलाओं का सम्मान करना पुरुष का धर्म माना जाता है. इन्ही महिलाओ के सम्मान में हर साल 26 अगस्त को महिलाओ के सम्मान में महिला समानता दिवस मनाया जाता हैं.
क्या आप जानते हैं ? की आखिर महिला समानता दिवस की शुरुआत कब और कैसे हुई ? चलिए हम आपको इस लेख के माध्यम से बताते हैं इस दिन की शुरुआत कैसे हुई और महिला दिवस का महत्त्व क्या हैं ?
महिला दिवस की शुरुआत
इस महिला दिवस की शुरुआत भारत से नही बल्कि न्यूज़ीलैण्ड से हुई हैं. वहा पहली बार 1893 में महिला दिवस मनाया गया था. यह महिलाओं के सम्मान के लिए पहला दिवस मना जाता हैं. हमारे भारत देश में 1947 के बाद महिलाओ को वोट देने का अधिकार प्राप्त हुआ था.
26 अगस्त के दिन ही इतिहास में अमेरिका के संविधान में 19वें संसोधन में महिलाओ को वोट देने का अधिकार प्राप्त हुआ था. इसी दिन को महिला दिवस के रूप में मनाया जाता हैं. इससे पहले महिलाओ को द्वितीय श्रेणी का दर्जा दिया जाता हैं जिसमे उनको वोट देने का अधिकार नही था.
महिला समानता दिवस से जुड़े कुछ तथ्य
महिला दिवस के उपलक्ष में आपको महिला समानता दिवस से जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में बताते हैं.
- विश्व में पहली बार विश्व समानता दिवस न्यूज़ीलैण्ड में मनाया गया था.
- 26 अगस्त 1920 को अमेरिका के 19वें संविधान संसोधन में महिलाओ को वोट देने का अधिकार दिया गया, इसी दिन को विश्व महिला समानता दिवस के रूप मनाया जाता हैं.
- विश्व दिवस की शुरुआत पहले हुई थी परन्तु भारत में महिलाओं को वोट देने का अधिकार देश की आजादी के बाद दिया गया.
भारत में महिलाओं की स्तिथि
भारत में महिलाओ को भी वही समान अधिकार प्राप्त हैं जो पुरुषो को प्राप्त हैं. देश के संविधान में महिलाओ को भी समान अधिकार प्राप्त हैं. देश में महिला स्वंत्ररूप से किसी भी इवेंट में हिस्सा ले सकती हैं.
देश की महिलाये ओलिंपिक में गोल्ड मैडल जीत रही हैं, यह हमारे लिए काफी ख़ुशी की बात हैं. एश में महिलाओ की स्तिथि इन सब के बावजूद ही सामान्य हैं. कहने को देश में महिलओं को समान अधिकार दिया जाता हैं परन्तु महिला रात के समय घर में भी अकेले रहने से डरती हैं.
हमारे देश के हर नागरिक का यह फर्ज होना चाहिए की वो महिलाओ का सम्मान करें. हमारे देश की महिला आज अंतराष्ट्रीय स्तर पर हमारे देश का नाम रोशन कर रही है.
इस महिला दिवस के अवसर पर महिलाओ को वो अभी देने के लिए हम डटे रहेंगे जिसकी वो हकदार हैं. हमारे देश की महिलाये हमारे लिए एक सम्मान और एक गौरव हैं.
Mahila samanta diwas status
एक नारी घर की लेती हैं पूरी जिम्मेदारी, वो हर सुख – सुविधा , शिक्षा और सम्मान की अधिकारी
निष्कर्ष
इस लेख में आपको महिला समानता दिवस ( Mahila samanta diwas ) के बारे में बताया गया हैं. उम्मीद करते हैं आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी.