Punjab ki rajdhani kya hai ( पंजाब की राजधानी क्या है ? ) पाकिस्तान के सीमा के पास बसा यह राज्य भारत के इतिहास का एक अहम पन्ना है। यूँ तो आज हम 2 पंजाब को देख सकते है, एक भारत में और एक पाकिस्तान में। कभी यह एक पंजाब हुआ करते थे, विभाजन के वक़्त इसे दो हिस्सों में बांटा गया।
पंजाब भारत के इतिहास का वो स्वर्णिम अध्याय है जिसे कोई मिटा नहीं सकता। भारत माता के स्वाधीनता के लिए हर घर एक बिद्रोही ब्रिटिश के विरुद्ध लढ़ा था, लगभग 70 फीसदी स्वाधीनता सेनानी पंजाब से थे। उनके बलिदान को भारत कभी नहीं भूल सकता।
सन 1700 के सुरुवाती दौर से ही सिखों ने इस इलाके की कमान संभालनी सुरु करदी थी, मुग़ल सासन से भारत को इस हिस्से छुड़ाने के लिए लगभग 80 साल लग गए थे। 1800 तक यह इलाका पंजाब के नाम से जाने जाना लगा।
2.8 करोड़ आवादी वाला यह क्षेत्र भारत में क्षेति की तुलना में सबसे आगे है। अकेला पंजाब ही भारत को 29 फीसदी चावल और 38 फीसद गेहूं मुहैया कराता है। समतल तथा उपजाऊ जमीन के कारण पंजाब आज खेती में इतना आगे निकल गया।
पंजाब का गठन
कभी दिल्ली, हरयाणा से लेकर पाकिस्तान तक फैला हुआ यह राज्य भारत के विभाजन में 2 हिस्सो में बटकर 2 पंजाब बन गया। तब पंजाब की राजधानी लाहौर हुआ करता था। पंजाब ही एक ऐसा राज्य था जिसे पाने के लिए ब्रिटिशर्स को काफी मसक्कत करनी पड़ी।
आज के पंजाब के जन्म 1 नवम्बर 1966 को हुआ, जब पूर्वी पंजाब के भाषा के हिसाब से पंजाब और हरयाणा में बांटा गया। ज्यादातर हिंदी बोलने वाले लोग हरयाणा में रह गए और पंजाबी बोलने वाले पंजाब में रह गए।
पंजाब की राजधानी क्या है ?
पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ है। तो चलिए इसके बारे में बिस्तार से जानते है।
चंडीगढ़
फ्रेंच आर्किटेक्चर कॉर्बिसेर द्वारा 1953 में बनी यह शहर आज पंजाब तथा हरयाणा दोनों के राजधानी है। विभाजन के वक़्त पूर्व पंजाब के पास अपना कोई राजधानी न होने के कारण इस शहर को बनाया गया था। पंजाब और हरयाणा के राजधानी होने के साथ साथ यह शहर एक केंद्र शासित प्रदेश भी है।
10 लाख 55 हजार आवादी वाला यह शहर को भी 1 नवम्बर 1966 से आधिकारिक तौर पे केंद्र शासित प्रदेश का ख़िताब मिल गया था। समय रहते 1963 को राजधानी शिमला से चंडीगढ़ को स्थानांतरित किया गया था। आधिकारिक तौर पे न तो तब पंजाब न हरयाणा बना था।
आज भी हरयाणा और पंजाब में चंडीगढ़ को लेकर विवाद का कोई समाधान नहीं निकला है। दोनों ही पक्ष इसे अपना मानते आये है। विधानसभा, सचिवालय और उच्च न्यायलय की महजूदगी इसे दोनों ही राज्यों के लिए खास बनाती है। दोनों ही प्रदेशो की अधिकारी चंडीगढ़ से ही पूरे राज्य भर का शासन की कमान संभाल हुए है।
शहर की अनोखी बस्तुकला के साथ साथ खुले हाथ के स्मारक (शांति, खुशहाली, मानवता और भाई चारा के यह प्रतिक ) इस शहर की शोभा बढ़ाते आये है।
आपने क्या सीखा ?
हमे आशा है की आपको Punjab ki rajdhani kya hai ( पंजाब की राजधानी क्या है ? ) विषय के बारे में दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी। अगर आपको इस विषय के बारे में कोई Doubts है तो वो आप हमे नीचे कमेंट कर के बता सकते है। आपके इन्ही विचारों से हमें कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिलेगा।
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