Bijali ka aavishkar kisne kiya tha ( बिजली का अविष्कार किसने किया था ) प्रकृति में ऐसे कई सारे राज छिपे हुए है जिन्हें पूरी तरह से समझना इंसानों के लिए भी मुश्किल है। बारिश का बनना बिजली का गरजना भी सदियों तक इंसानों के लिए रहस्य ही बने थे।
क्या अपने कभी लेह की उस पहाड़ के बारे में सुना है जो कारों को अपने और खिंचता है, बैज्ञानिक इसे चुम्बकीय गुण वाले पहाड़ कहते पर क्या यह सचमे इतने शक्तिशाली है? और डेथ वैली के चलते पत्थर, इनके बारे में आपका क्या राय है! अंजान कारण से चलते यह पत्थर किसी चमत्कारी से कम नहीं।
वेसे ही बिजली के चमकना तो हर कोई देखता था, पर सदियों तक यह भी एक अनसुलझी सा रहस्य बना था। लेकिन इसमें छिपी बैद्युतिक ऊर्जा को लेकर उस वक़्त के कई सारे बैज्ञानिक काफी उत्सुक थे, और इसे मानव समाज के विकास हेतु प्रयोग में लाना चाहते थे।
बिजली की अविष्कार : मानव इतिहास का एक युगान्तकारी खोज-
दुनिया को उजाला दिखने वाली बिजली का अविष्कार थेल्स ने किया था। वेसे तो बिजली का अविष्कार हुआ, यह कहना न तो गलत होगा और न ही सही। क्यों के बिजली प्रकृति में सृष्टि के आरंभ से ही महजूद था, जिसको समझने के लिए सादिया गुजर गयी।
अमेरिका जैसे महान देश के स्थापक तथा बैज्ञानिक बेंजामिन फ्रेंक्लिन द्वारा 1752 के एक प्रयोग के दौरान उन्होंने यह साबित कर लिया था कि आसमान में चमकती बिजली ही विद्युत का वह रूप है जिसके इस्तेमाल से मानव समाज में कई सारे परिवर्तन लाया जा सकता है।
अपने प्रयोग के दौरान उन्होंने एक बारिश के वक़्त एक पतंग को एक खंबे से बांध कर उसमें एक चाबी लटका दी जिसे के आसपास बिजली गिरे तो वो धरती पर पहंच ने के लोये सबसे न्यूनतम रास्ता पतंग से होकर धागे के जरिये जमीं तक आये, और हुआ भी कुछ ऐसा जिसमे के फ्रेंक्लिन को बिजली के झटके भी खाने पड़े थे।
बिजली को ढूंढ निकलने वाले बेंजामिन फ्रेंक्लिन क्यों थे?
अमेरिका के सह स्थापक होने के साथ साथ फ्रेंक्लिन एक महान बैज्ञानिक, लेखक, आविष्कारक थे। जिन्होंने बिजली का उपस्थिति को प्रमाण करने के साथ साथ बियोफोकल ग्लास के भी अविष्कार किये जो के आज चश्मे में इस्तेमाल होते है।
फ्रेंक्लिन 1740 से ही विद्युत् के ऊपर अपना गवेषणा चालू करदिया था, उन्होंने ही लाइटनिंग रॉड का अविष्कार किया जो के बड़े बड़े इमारोतों को बिजली गिरने से बचाती है। जब बात बिजली के उत्पादन की बात की जाये तो हम सब के चाहिदे माइकेल फैराडे ही है, जिन्होंने 1831 में डाइनेमो का अविष्कार किया था।
यह मशीनी ऊर्जा को बैद्युतिक ऊर्जा में बदलने की क्षमता रखता था। जिससे के आगे चलकर बिजली बनाने की डाइनेमो बनाने में मदद मिली, जिसके वजह से आज कई सारे हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट के तहत हमारे घरों में बिजली है।
इनके अलावा कई और बैज्ञानिक जैसे की हेनरी केवन्डिस, लुइगी गलवानी आदि भी शामिल थे। ऐसे हम थॉमस एडिशन को भी भूल नहीं सकते, जिन्होंने 1879 में एलेक्टरी बल्ब का अविष्कार किया था, बल्ब के बिना तो बिजली का इस्तेमाल ही क्या करते हम! खैर तब तक छोटे मोटे फैक्ट्री में बिजली का इस्तेमाल मशीनों को चलने के लिए किये जाते थे।
कुछ भी हो आज बिजली होने के वजह से जिंदेगी इतनी आसान सी लगती है, टीवी देखने हो या कहीं जाना हर काम के लिए हिमे बिजली की आवश्यकता पड़ती ही रहती है। ऐसे में बिजली मानव जीवन को सरल बनाने में काफी मदद कर रही है।
बल्ब की खोज किसने की | Bulb ki khoj kisne ki
बल्ब की खोज करने के श्रेय थॉमस ओल्वा एडिसन को जाता है. इन्होने ही सबसे पहले दुनिया को बल्ब का चेहरा दिखाया था।
आपने क्या सीखा ?
हमे आशा है की आपको Bijali ka aavishkar kisne kiya tha ( बिजली का अविष्कार किसने किया था ) विषय के बारे में दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी। अगर आपको इस विषय के बारे में कोई Doubts है तो वो आप हमे नीचे कमेंट कर के बता सकते है। आपके इन्ही विचारों से हमें कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिलेगा।
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