कंप्यूटर मेमोरी हिंदी में

Computer memory in hindi नमस्कार दोस्तों, हम अक्सर कंप्यूटर और मोबाइल के बारे में पढ़ते हैं। वर्तमान में कंप्यूटर हमारे लिए बेहद ही जरुरी भाग बन चूका हैं। क्या आप कंप्यूटर मेमोरी के बारे में जानते हैं ? नही तो आपको इस लेख में माध्यम से इसी के बारे में बताया जाएगा। 

Computer memory in hindi

मेमोरी कंप्यूटर का एक बुनियादी घटक है। यह कंप्यूटर का आरंभिक भंडारण क्षेत्र होता है। केंद्रीय प्रोसेसिंग इकाई CPU को प्रोसेस करने के लिए इनपुट डाटा एवं निर्देश चाहिए जो कि मेमोरी में इकट्ठा रहता है। मेमोरी में ही संग्रहित डाटा तथा निर्देशों का प्रोसेस होता रहता है तोत हमें आउटपुट प्राप्त होता है।

इसलिए कहा गया है कि मेमोरी कंप्यूटर का एक महत्वपूर्ण भाग होता है। मेमोरी बहुत सारे सेल में बटी होती है। जिन्हें हम लोकेशन कहते हैं। हर लोकेशन का एक अलग लेवल होता है जिसे एड्रेस कहते हैं।

सेल का उपयोग डाटा और निर्देशों के संग्रहण में होता है। सारे डेटा और निर्देश कंप्यूटर में एक बाइनरी कोड के रूप में रहते हैं जिसे जीरो तथा एक से हमारे द्वारा लिखा जाता है। हम जैसे ही सर्किट उनकी स्थिति को दर्शाता है तो जीरो सर्किट के ऑफ स्थिति को दर्शाता है। 

लोकेशन में डाटा संग्रहण करने को लिखना तथा लोकेशन से डाटा प्राप्त करने को पढ़ना कहते हैं प्रत्येक लोकेशन में निश्चित स्टोर की जाती है जिसे एक वर्ल्ड लेंगे कहते हैं बीते बाइनरी डिजिट की सबसे छोटी इकाई होती है बाइट डाटा की एक इकाई है जो कि 8 वित्त तथा एसी में 7 बिट के समूह है।

कंप्यूटर मेमोरी के भाग

कंप्यूटर की मेमोरी मुख्यतः दो प्रकार की होती है। प्राथमिक मेमोरी और द्वितीयक मेमोरी।

प्राथमिक मेमोरी

प्राथमिक मेमोरी कंप्यूटर के मदर बोर्ड पर स्थापित होती है और यह सामान्यतः सीपीयू के साथ में होती है।

प्राथमिक मेमोरी दो प्रकार की होती है।

रीड ओनली मेमोरी Read only memory ( ROM ) 

रेंडम एक्सेस मेमोरी Random access memory ( RAM )

रीड ओनली मेमोरी | Read only memory

 रीड ओनली मेमोरी उस मेमोरी को कहते हैं जिसे केवल पढ़ा जा सकता है इस मेमोरी का मुख्य कार्य कंप्यूटर के बूटिंग में सहायता करना होता है मतलब कि कंप्यूटर को स्टार्ट करना होता है। इस मेमोरी द्वारा मुख्यता है कंप्यूटर के सभी उपकरणों की जांच की जाती है। रीड ओनली मेमोरी एक स्थाई प्रकार की मेमोरी होती है।

रोम को हमारे द्वारा रीड ओनली मेमोरी कहा जाता है यह एक ऐसी मेमोरी होती है जिसमें इकट्ठा डाटा किया निर्देश को केवल पड़ा ही जा सकता है उसे नष्ट या परिवर्तित नहीं किया जा सकता यह एक ही स्थाई मेमोरी होती है जिसका उपयोग कंप्यूटर में डाटा को स्थाई रूप से रखने में किया जाता है।

रोम मदरबोर्ड के उपस्थित एक सिलीकान चिप है जिसके निर्माण के समय ही निर्देशों को इस में संग्रहीत कर दिया जाता है। कंप्यूटर को स्विच ऑन करने पर फ्रॉम में संग्रहित प्रोग्राम आप ही चल जाते हैं। कंप्यूटर को स्विच ऑफ करने के बाद भी रूम में संग्रहित डाटा कभी भी नष्ट नहीं होता है। Computer memory in hindi

रोम में उपस्थित यह स्थाई प्रोग्राम बॉयोस के नाम से जाना जाता है जिसे बेसिक इनपुट आउटपुट सिस्टम कहते हैं।

रीड ओनली मेमोरी के प्रकार |  Read only memory

PROM ( Programmable read only memory ) 

इसका पूरा नाम प्रोग्रामेबल रीड ओनली मेमोरी है। यह एक स्थाई मेमोरी होती है जो कि यूजर द्वारा एक बार प्रोग्राम निर्देश देने के बाद उसे परिवर्तित नहीं कर सकता फिर यह एक साधारण रोम की तरह व्यवहार करने लग जाता है।

EPROM ( Erasable programmable read only memory )

इसका पूरा नाम  प्रोग्रामेबल रीड ओनली मेमोरी है। यह भी प्रोम की तरह स्थाई मेमोरी होती है। परंतु भरने की प्रक्रिया पराबैंगनी किरणों की सहायता से दोबारा दोहराई जा सकती है इसे पराबैंगनी ई प्राम भी कहते हैं।

रीड ओनली मेमोरी में प्रोग्राम या डाटा इंस्टॉल रहता है। रोम, फ्रॉम , ई फ्रॉम जिसमें डेटा यह प्रोग्राम संग्रहित रहते हैं वह एक फर्मवेयर है।

EEPROM ( Electrically erasable programmable read only memory )

EEPROM का पूरा नाम इलेक्ट्रिक इरेजेबल प्रोग्रामेबल रीड ओनली मेमोरी है। EPROM की तरह स्थाई मेमोरी है पर तुम बर्निंग प्रक्रिया विद्युत प्लस की सहायता से फिर भी की जा सकती है।

रेंडम एक्सेस मेमोरी | Random access memory

रेंडम एक्सेस मेमोरी सामान्यतः अस्थाई प्रकार की मेमोरी होती है यदि हम कंप्यूटर में टाइपिंग कर रहे हैं और अचानक लाइट चली जाती है तो हमारा संपूर्ण वर्ग डिलीट हो जाता है क्योंकि यह वर्क रेंडम एक्सेस मेमोरी में सेव नहीं होता है। कंप्यूटर मोबाइल की रेंडम एक्सेस मेमोरी पूर्ण रूप से बढ़ने के पश्चात वह मोबाइल या कंप्यूटर को हैंग करती है।

रेंडम एक्सेस मेमोरी के प्रकार | Random access memory ke prakar

  • स्टैटिक रेंडम एक्सेस मेमोरी | Static random access memory
  • डायनेमिक रेंडम एक्सेस मेमोरी | Dynamic random access memory
  • स्टैटिक रेंडम एक्सेस मेमोरी | Static random access memory

स्टैटिक रेंडम एक्सेस मेमोरी सामान्यतः स्त्री प्रकार की मेमोरी होती है। स्टैटिक रेंडम एक्सेस मेमोरी में लगातार चार्जिंग करने की आवश्यकता नहीं होती है। कुछ डाटा कंप्यूटर में बार-बार उपयोग में आते हैं तो उनको एक विशेष प्रकार की स्टैटिक रेंडम एक्सेस मेमोरी में सेव किया जाता है जिसे कैश मेमोरी कहा जाता है।

कैश मेमोरी सीपीयू और रेंडम एक्सेस मेमोरी के बीच में स्थित होती है। कैश मेमोरी एक प्रकार की प्राथमिक मेमोरी होती है। यह केंद्रीय प्रोसेसिंग इकाई सीपीओ तथा मुख्य मेमोरी के बीच का एक भाग होता है जिसका उपयोग बार-बार उपयोग में आने वाले डाटा और निर्देशों को संग्रहित करने में किया जाता है। Computer memory in hindi

इससे मेमोरी तथा माइक्रो प्रोफेसर के बीच का गति अवरोधक दूर हो जाता है क्योंकि मेमोरी से डाटा पढ़ने की गति सीपीयू के प्रोसेस करने की गति से काफी धीरे होती है यह तीव्र , महंगा और अपेक्षाकृत छोटा स्टोरेज फॉर्म है। गति की तुलना में सबसे तेज मेमोरी रजिस्टर होती है जो कि सीपीयू की मेमोरी होती है उसके पश्चात सबसे अधिक तेज गति वाली मेमोरी केस मेमोरी होती है और केस मेमोरी के पश्चात रेंडम एक्सेस मेमोरी की गति होती है।

डायनामिक रैम | Dynamic random access memory

डायनेमिक रेंडम एक्सेस मेमोरी का वर्तमान कंप्यूटर में उपयोग किया जाता है तथा इसके अलावा आधुनिक कंप्यूटरों में हम डबल डाटा रेट रेंडम एक्सेस मेमोरी का उपयोग करते हैं। डायनामिक रैम में लगातार चार्जिंग करने की आवश्यकता नहीं होती है।

द्वितीयक मेमोरी | Secondary memory

सभी द्वितीय प्रकार की मेमोरी स्थाई प्रकार की मेमोरी होती है।

द्वितीयक मेमोरी के प्रकार | Secondary memory ke prakar

फ्लॉपी डिस्क 3।25″mb , 3।5MB

Floppy disk

यह मुख्यतः तीन आकार 8 इंच 2 पॉइंट 25 इंच और 3 पॉइंट 5 इंच में आता है। धूल या खरोच से बचाने के लिए डिस्क प्लास्टिक के कवर में बंद रहता है। डाटा को पढ़ने लिखने के लिए कवर के ऊपर बने छेद का उपयोग किया जाता है ज्यादातर डिस्क ड्राइव में रीड राइट हैंड इसके 27 से अधिक संपर्क में होते हैं जो पढ़ने तथा लिखने के बाद हट जाते हैं। 

जिससे फल स्वरुप को कोई नुकसान नहीं होता इसमें डाटा वार्ताकार ट्रैक पर लिखा जाता है यह एक बाहरी या एक्सटर्नल मेमोरी होती है। फ्लॉपी डिस्क का डायरेक्ट एक्सेस माध्यम के रूप में ज्यादा कार्य उपयोग किया जाता है।

  • कंपैक्ट डिस्क 700mb
  • डिजिटल वर्सेटाइल डिस्क 4।7 एमबी
  • हार्ड डिस्क 2 TB टेराबाइट

हार्ड डिस्क 

हार्ड डिस्क सीपीयू के अंतर्गत डाटा स्टोरेज करने की प्रमुख डिवाइस होती है यह दूसरे डिस्क की तुलना में उच्च संग्रहण क्षमता और हमें तीव्र गति प्रदान करती है क्योंकि यह डिस्क एक बॉक्स के अंदर रीड द राइट हैंड के साथ सील रहता है और यह वातावरण तथा क्रोध से भी सुरक्षित रहता है। रीड सर राइट हैंड डिस के किसी भी ट्रैक के किसी भी सेक्टर पर सीधे पढ़ता था लिख सकता है।

जिससे डाटा को पढ़ना या लिखना हमारे द्वारा तेज गति से हो जाता है कंप्यूटर में अक्सर इसे सी ड्राइव नाम दिया जाता है। कंप्यूटर के अंतर्गत इसी हार्ड डिस्क में सभी प्रोग्राम या डाटा इंस्टॉल रहता है जिसका उपयोग हम अपनी जरूरत के हिसाब से कर सकते हैं।

हार्ड डिस्क 10GB, 20gb, 40gb, 80gb आदि क्षमता में हमें उपलब्ध रहते हैं डिस्क को ट्रैक तथा सेक्टर में विभाजित किया जाता है इसे फॉर्मेटिंग कहते हैं। सर्वाधिक संग्रहण क्षमता वाली मेमोरी हार्ड डिस्क होती है।

यूएसबी स्टोरेज डिवाइस

  • USB ( यूनिवर्सल सीरियल बस universal serial bus )
  • पेन ड्राइव pen drive
  • मेमोरी कार्ड memory card

मेमोरी कार्ड की क्लास 1 से 10 तक होती है जिस मेमोरी कार्ड की क्लास जितनी ज्यादा अधिक होती है उसमें मेंमोरी कार्ड की स्पीड भी उतनी ही अधिक होती है।

यह थी कुछ जानकारी Computer memory in hindi के बारे में। उम्मीद करते हैं आपको यह पसंद आया होगा।

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