Bharat ki sabse chaudi nadi ( भारत की सबसे चौड़ी नदी कौनसी है ? ) नदियाँ करोडो सालों से धरती पर जल का मुख्य स्रोत बना हुआ है। इतिहास के पन्नो को पलट कर देखा जाये तो सभी मानव सभ्यता किसी न किसी नदी किनारे ही बसा होगा। नदी से पिने तथा खेती के लिए पानी का मिलना ही मूल कारण था कि सभी सभ्यताएं नदी किनारे ही बसे।
नदियों के उद्गम तथा उनके स्रोत के बारे में हमने पहले भी बात की है। हिमवाह, भुगर्व स्थित जल स्रोत, झील , झरना तथा बारिश का पानी ही नदियों के उत्पन तथा बहती जलधारा के मुख्य कारण है। इन सभी स्रोतों से पानी के कम होने से नादिया सूखने लगती है।
भारत की सबसे चौड़ी नदी कौनसा है?
वेसे तो हर नदी का आकार जैसे की लंबाई, चौड़ाई और गहराई एक सामान नहीं होती। कई नदियां काफी गहरे होने के साथ साथ कई नादिया संकीर्ण भी होते है। ऐसे में ब्रह्मपुत्र नदी भारत की सबसे चौड़ी नदी है।
यह नदी भारत समेत तिब्बत और बांग्लादेश में भी बहती है, बाकि नदियों के उलट उत्तर से दक्षिण को आने के वजाए यह नदी उत्तर से पूर्व और बहकर बांग्लादेश में प्रवेश करती है। दुनिया की बात करे तो अमेज़न नदी दुनिया की सबसे चौड़ी नदी है।
ब्रह्मपुत्र नदी कहाँ से निकलती है?
अगर हमारे मन में यह सवाल आता है की ब्रह्मपुत्र नदी कहा से निकलती है ? तो आपको बता दे की यह नदी हिमालय पर्वत सृखला में स्थित मानसरोवर समीप तिब्बत के चेमायुंग डंग हिमवाह से ब्रह्मपुत्र नदी का उद्गम होता है। तिब्बत में यारलुंग त्संगपो के नाम से परिचित यह नदी हिमालय सृखला के पहाड़ी इलाके से होकर भारत में प्रवेश करती है। पहाड़ी इलाके में यह जलधारा संकीर्ण रूप लेकर पठारों से गिरती है।
भारत में ब्रह्मपुत्र नदी का मार्ग
तिब्बत के पठारों से गुजरने के बाद यह भारत में अरुणाचल प्रदेश में प्रवेश करती है। अरुणाचल प्रदेश के यह नदी सियांग और कहीं कहीं दिहांग के नाम से भी जाना जाता है। फिर 35 किलोमीटर के बाद इसमें 2 शाखा नदी जुड़ने से यह और भी विशाल रूप धारण करके असम से प्रवेश करता है। असम में इसका नाम ब्रह्मपुत्र ही है। फिर ब्रह्मपुत्र असम में माजुली द्वीप समूह का भी निर्माण करता है, जो के भारत समेत पूरे विश्व में प्रसिद्ध है।
ब्रह्मपुत्र नदी का सबसे चौड़ी जगह
यह नदी विशाल होने के साथ साथ लंबी भी है, तीन देशों में फैला यह नदी अपने साथ हर साल बरसात में ढेरों उपजाऊ मिट्टी लाकर नदी के किनारे जमा करता रहता है। नदी की औसतन चौड़ाई 5 से 6 किलोमतेरे होने के साथ साथ यह असम के डिब्रुगढ में सबसे चौड़ी 26 किलोमीटर तक फैला हुआ है।
नदी के ज्यादातर हिस्से में नौका चालान के उपयोगी हेतु यातायात में सहायक भी बनता है, मगर कम गहरी इलाके तथा पहाड़ी इलाको से गुजरते वक़्त नदी में नौकाचालन असम्भव सा हो जाता है। 3848 किलोमीटर लंबी यह नदी की औसतन गहराई 100 फ़ीट तक का है। असम के सादिया के पास यह नदी सबसे गहरी तथा इसकी गहराई 440 फ़ीट तक पहंच जाता है।
बांग्लादेश में प्रवेश करते ही यह नदी जमुना (भारत के यमुना नदी से इसके नाम मेल खाते है पर ये दो अलग अलग नदियां है) की नाम से जनि जाती है। बांग्लादेश पद्मा नदी के साथ मिलकर मेघना नदी की गठन करता है और फिर बंगाल की खाड़ी में जा मिलता है।
आपने क्या सीखा ?
हमे आशा है की आपको Bharat ki sabse chaudi nadi ( भारत की सबसे चौड़ी नदी कौनसी है ? ) विषय के बारे में दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी। अगर आपको इस विषय के बारे में कोई Doubts है तो वो आप हमे नीचे कमेंट कर के बता सकते है। आपके इन्ही विचारों से हमें कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिलेगा।