Top 5 places to visit in pali rajasthan : नमस्कार दोस्तों, धोरो की धरती राजस्थान के बारे में तो आपने काफी कुछ सुना ही होंगे। राजस्थान भारत का क्षेत्रफल की दृष्टी से सबसे बड़ा राज्य हैं। राजस्थान का इतिहास काफी पुराना हैं। राजस्थान के प्राचीन और मध्यकालीन इतिहास के कारण ही इस राज्य को हम आज शूरवीरो की धरती के नाम से जानते हैं।
राजस्थान इतिहास के साथ साथ अपनी ख़ूबसूरती के लिए भी जाना जाता हैं। वैसे तो राजस्थान में 33 जिले हैं। इन सभी जिले में काफी कुछ देखने को मिलता हैं जिसमे मुख्यत राजसमन्द जिले में स्तिथ गोरम घाट हैं। इन सभी जिलो में से हम लेकर आये हैं आपके लिए पाली जिले के बारे में जो राजस्थान के दक्षिण मध्य में स्तिथ पाली जिले के उन चुनिन्दा जगहों में से एक हैं. इन स्थानों के बारे में आप भी जानना चाहते होंगे। चलिए जानते हैं राजस्थान में Top 5 places to visit pali rajasthan के बारे में।
राजस्थान में स्तिथ इन सही जगहों पर अगर आप आना चाहते हैं और घूमना चाहते हैं तो यह काफी अच्छी विचार हैं। हम भी आपकी इसी बात के लिए प्रोत्साहित करते हैं की एक बार पाली जरुर आये। इन जगहों के बारे में जानने से पहले आपको पाली जिले के बारे में सामान्य जानकारी दे देते हैं।
पाली राजस्थान का इतिहास | History of pali rajasthan
राजस्थान के आठ अन्य जिलो के साथ अपनी बॉर्डर बनाने वाला यह पाली जिला राजस्थान के मध्य दक्षिण में अरावली के क्षेत्र से घिरा हुआ हैं। राजस्थान में इतिहास और सांस्कृतिक दृष्टी से इस पाली जिले का काफी महत्त्व हैं। यह जिला भले ही छोटा हैं परन्तु यहा देखने के लिए बहुत कुछ हैं। पुरे राजस्थान में पाली चूड़ी और टेक्सटाइल के लिए जाना जाता हैं,
राजस्थान के इस पाली जिले का प्राचीन नाम पल्लिका या पल्ली हैं। राजस्थान का यह एकमात्र ऐसा जिला हैं जिसकी सीमाए कुल आठ जिलो से मिलती हैं जिसमे नागोर, अजमेर, राजसमन्द, उदयपुर, सिरोही, जालोर, बाड़मेर और जोधपुर।
ऐसा माना जाता हैं और इतिहासकार भी इस बात को मानते हैं की पाली में पहले पालीवाल ब्राह्मणों का निवास स्थान हुआ करता हैं। मध्यकाल में जब मुगलों ने इस स्थान पर कत्लेआम मचाना शुरू कर दिया था तो पालीवाल ब्राह्मण यह स्थान छोड़ कर चले गये थे। तब से इस स्थान का नाम पल्लिका पड़ा हैं बाद में इसे पाली कहा गया। वर्तमान में यह पाली के नाम से जाना जाता हैं।
मध्यकाल में यह पाली मारवाड़ राज्य के अंतर्गत आता था। वर्तमान में हम जिस जोधपुर को जानते हैं वो कभी मारवाड़ राज्य की राजधानी हुआ करती थी। पाली में कई ऐसे स्थान जैसे बिठोडा, आउवा, धनला, सोजत, जोजावर इत्यादि जो इतिहास की दृष्टी से महत्पूर्ण हैं।
पाली राजस्थान | Pali Rajasthan
पाली भारत के राजस्थान राज्य का एक जिला हैं। पाली जिले का क्षेत्रफल करीब 12,387 किलोमीटर स्क्वायर हैं। पाली में वर्तमान वर्तमान में 10 तहसील है। प्रशासनिक दृष्टी से पाली 10 उपखंडो में बंटा हुआ हैं।
पाली लोकेशन | Pali location
बात करे पाली के लोकेशन की तो यह राजस्थान के मध्य दक्षिण में स्तिथ हैं। पाली की सीमा कुल 8 जिलो से लगती हैं तो आपको यहा आने में कोई दिक्कत भी नही होगी। पाली में आने के लिए आप सीधे ट्रेन का रास्ता चुन सकते हैं जो की सबसे सुरक्षित और अच्छा रहता हैं, हालांकि बस और गाडियों की भी सुविधा आपको यहा ला सकती हैं।
वर्तमान में पाली की कुल जनसंख्या करीब 20 लाख ( 2011 की जनगणना के अनुसार ) के आसपास है। पाली का वातावरण भले ही गर्म रहता हो पर यहा के लोग काफी शांत मिजाज के हैं। पाली जिले को राजस्थान के सुन्दर और सुरक्षित जिलो की सूची में भी शामिल किया गया हैं।
वर्तमान नाम | पाली |
प्राचीन नाम | पाल्लिका |
कुल तहसील | 10 |
कुल उपखण्ड | 10 |
पाली की जनसंख्या | करीब 20 लाख |
पाली के कुल क्षेत्रफल | 12,387 किलोमीटर स्क्वायर |
पाली की आधिकारिक वेबसाइट | Official website |
पाली टूरिस्ट प्लेस | Pali tourist place
दोस्तों अगर आप पाली आना चाहते हैं और यहा घूमना चाहते हैं तो पाली के इन स्थानों पर आप जरुर जाए। इन स्थानों की सूची में देख कर आप इन स्थानों के बारे में विस्तृत जान सकते हैं। चलिए जानते हैं उन स्थानों के बारे में।
रणकपुर जैन मंदिर | Ranakpur jain mandir
राजस्थान के पाली जिले में घुमने के लिए कई अलग- अलग जगह हैं। उन सभी जगहों में से Top 5 places to visit in pali rajasthan की सूची में सबसे पहले नंबर पर आता हैं रणकपुर का यह जैन मंदिर। यह जैन मंदिर पाली जिले की देसुरी तहसील सादड़ी गाँव के पास स्तिथ है। इस मंदिर का नाम रणकपुर पड़ा हैं क्योंकि यह रनक और पूर नामक दो पहाडियों के बीच स्तिथ हैं। इस नाम का कोई गाँव या शहर नही हैं।
इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना हैं। इस मंदिर का निर्माण मेवाड़ के राजा राणा कुम्भा के काल में हुआ था। सादरी गाँव के पास यह अरावली की खूबसूरत वादियों में बसा हुआ हैं। पुरे पाली जिले में यह सबसे ज्यादा प्रशिद्ध और चर्चित स्थान हैं। अगर आप पाली आते हैं तो एक बार इस रणकपुर मंदिर को देखने जरुर आये।
इस मंदिर की कलाकृति इतनी अदबुध और अविश्वनीय हैं की हर कोई इस मंदिर को देखने दूर – दूर से आता हैं। इस मंदिर में 1444 खभे हैं और यह मंन्दिर इन्ही खम्भों पर टिका हुआ हैं। इस मंदिर में स्तिथ इस खम्भों में हरेक पर अलग – अलग डिजाईन हैं। रणकपुर का यह मंदिर जैन तीर्थकार आदिनाथ को समर्पित हैं।
यह मंदिर करीब 40 हजार वर्ग फीट में फैला हुआ है। इस मंदिर के निर्माण में करीब 40 वर्षो तक का समय लगा था। यह मंदिर संगमरमर के पत्थर से बना हुआ है।
स्थान का नाम | रणकपुर जैन मंदिर |
कहा आया हुआ हैं | पाली जिले के सादरी गाँव में |
पाली जिला मुख्यालय से दूरी | लगभग 88 किलोमीटर |
राज्य की राजधानी से दूरी | लगभग 357 किलोमीटर |
देश की राजधानी से दूरी | लगभग 622 किलोमीटर |
रणकपुर मंदिर कैसे जाये ( How to travel ranakpur )
- रणकपुर जाने के लिए आप कैसे जा सकते हैं, वो जानना बेहद जरुरी हैं।
- अगर आप मुंबई, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर की साइड से यहा आ रहे हैं तो आपको पहले फालना आना होता हैं। ( फालना पाली जिले का शहर है )
- फालना पहुचने के बाद आप आप यह से बाली होते हुए रणकपुर पहुच सकते हैं। फालना से रणकपुर की दूरी करीब 35 किलोमीटर हैं।
रणकपुर होटल ( Ranakpur hotel )
यहा आने के बाद अगर आप यहा एक दिन से अधिक रूकना चाहते हैं तो इस स्थान के आसपास खूब होटल, और धर्मशाला हैं। यहा पर आप रूक सकते हैं।
जवाई बाँध | Jawai Dam
पाली जिले में घूमने लायक जगहों में हमने इस को दुसरे नंबर पर रखा हैं। पच्छिमी राजस्थान का यह सबसे बड़ा बाँध हैं जो पाली के साथ – साथ पाकी के पडोसी जिलो की प्यास भी बुझाता हैं। पाली में घुमने के लिए यह भी एक बेहतर जगह हैं। पाली में स्तिथ इस बाँध का निर्माण जोधपुर के राजा उम्मेद सिंह का करवाया था। यह बाँध आज कई लोगो की प्यास को बुझाने के सक्षम हैं।
मारवाड़ के अमृतसरोवर के नाम से जाना जाने वाला यह बाँध राजस्थान के पच्छिमी हिस्से का सबसे बड़ा बाँध हैं। राजस्थान में यह बाँध पाली जिले के सुमेरपुर के पास जवाली गाँव में स्तिथ हैं। समुन्द्र्तल से इस बांध की ऊंचाई तक़रीबन 259 मीटर हैं।
स्थान का नाम | जवाई बाँध |
कहा आया हुआ हैं | पाली जिले के सुमेरपुर के पास |
पाली जिला मुख्यालय से दूरी | लगभग 90 किलोमीटर |
राज्य की राजधानी से दूरी | लगभग 387 किलोमीटर |
देश की राजधानी से दूरी | लगभग 652 किलोमीटर |
जवाई बाँध कैसे जाये ( How to travel jawai dam )
- जवाई बाँध जाने के लिए आप कैसे जा सकते हैं, वो जानना बेहद जरुरी हैं।
- अगर आप मुंबई, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर की साइड से यहा आ रहे हैं तो आपको पहले जवाई बाँध स्टेशन आना होता हैं। ( जवाई पाली जिले का गाँव है )
- जवाई बाँध स्टेशन पहुचने के बाद आप आप यह से पैदल या टेक्सी से जवाई बाँध देखने पहुच सकते हैं। जवाई बाँध स्टेशन से जवाई बाँध की दूरी करीब 6 किलोमीटर हैं।
जवाई बाँध होटल ( Jawai dam hotel )
यहा आने के बाद अगर आप यहा एक दिन से अधिक रूकना चाहते हैं तो इस स्थान के आसपास खूब होटल, और धर्मशाला हैं। यहा पर आप रूक सकते हैं।
परशुराम महादेव मंदिर | Parshuram mahadev temple
राजस्थान के पाली जिले में घुमने के लिए काफी जगह हैं यह उसमे से एक हैं। राजस्थान के पाली जिले की अरावली की वादियों में एक खूबसूरत मंदिर हैं। परशुराम मंदिर पहाडियों के बीच स्तिथ एक खूबसूरत पहाड़ी पर बना हुआ हैं। राजस्थान में अगर आपको प्रकृति की वादियों को देखना हैं तो आप गोरम घाट और परशुराम महादेव मंदिर जा सकते हैं।
परशुराम जी को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता हैं और ऐसा माना जाता हैं की परशुराम जी ने इसी पहाड़ी पर आराधना की थी। इस स्थान को काफी पवित्र माना जाता हैं। ऐसा माना जाता हैं की इस स्थान और भगवान परशुराम ने भगवन शिव की आराधना की थी और उससे प्रसन्न होकर भगवन शिव ने उनको अमृतत्व का वरदान दिया और उसके साथ दिव्यास्त्र दिया था।
राजस्थान के पाली जिले में स्तिथ इस Tourist place पर घुमने के लिए भाद्रपद और सावन मास काफी अच्छा माना जाता हैं। शिवरात्रि के समय इस स्थान पर लोग काफी दूर दूर से दर्शन करने आते हैं।
स्थान का नाम | परशुराम महादेव मंदिर |
कहा आया हुआ हैं | राजस्थान के पाली में सादडी के पास |
पाली जिला मुख्यालय से दूरी | लगभग 74 किलोमीटर |
राज्य की राजधानी से दूरी | लगभग 340 किलोमीटर |
देश की राजधानी से दूरी | लगभग 624 किलोमीटर |
परशुराम महादेव मंदिर कैसे जाये ( How to travel prashuram mahadev temple )
- परशुराम महादेव मंदिर जाने के लिए आप कैसे जा सकते हैं, वो जानना बेहद जरुरी हैं।
- अगर आप मुंबई, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर की साइड से यहा आ रहे हैं तो आपको पहले रानी या फालना आना होता हैं। ( रानी पाली जिले की एक तहसील है )
- रानी स्टेशन पहुचने के बाद आप इस स्थान पर आने के लिए टेक्सी या अपने खुद के वाहन का उपयोग कर सकते हैं और परशुराम महादेव मंदिर देखने सादड़ी पहुच सकते हैं। सादड़ी से परशुराम महादेव मंदिर की दूरी करीब 12 किलोमीटर हैं।
परशुराम महादेव मंदिर होटल ( Parshuaram mahadev temple hotel )
यहा आने के बाद अगर आप यहा एक दिन से अधिक रूकना चाहते हैं तो इस स्थान के आसपास खूब होटल, और धर्मशाला हैं। यहा पर आप रूक सकते हैं।
सूर्य मंदिर रणकपुर | Surya mandir ranakpur
दोस्तों अगर आप रणकपुर घुमने आते हैं तो इस मंदिर को जरुर देखे हैं। कहते हैं प्राचीन काल और मध्यकाल के कलाकारों की कलाकारी के आगे आज के मॉडर्न कलाकार ही अपना दम तोड़ देते हैं। ऐसी ही इस कलाकारी इस मंदिर में भी देखने को मिलती हैं। राजस्थान के पाली जिले में स्तिथ रणकपुर स्थान जैन मंदिर के पास यह भी एक मंदिर हैं जो देखने में काफी अच्छा लगता हैं।
सूर्य मंदिर रणकपुर स्थान का एक और पोपुलर और प्रशिद्ध मंदिर हैं। इस मंदिर का इतिहास भी काफी पुराना हैं। इस सूर्य मंदिर को सूर्य नारायण मंदिर के नाम से भी जाना जाता हैं। इस मंदिर के निर्माण की शुरुआत तेहरवी शताब्दी में हुई थी और इस मंदिर के कार्य का समापन पन्द्र्वी शताब्दी में हुआ था। रणकपुर में स्तिथ यह भी एक जैन मंदिर हैं।
स्थान का नाम | सूर्य मंदिर रणकपुर |
कहा आया हुआ हैं | पाली जिले के सादरी गाँव में |
पाली जिला मुख्यालय से दूरी | लगभग 88 किलोमीटर |
राज्य की राजधानी से दूरी | लगभग 357 किलोमीटर |
देश की राजधानी से दूरी | लगभग 622 किलोमीटर |
सूर्य मंदिर रणकपुर कैसे जाये ( How to travel sun temple ranakpur )
- रणकपुर जाने के लिए आप कैसे जा सकते हैं, वो जानना बेहद जरुरी हैं।
- अगर आप मुंबई, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर की साइड से यहा आ रहे हैं तो आपको पहले फालना आना होता हैं। ( फालना पाली जिले का शहर है )
- फालना पहुचने के बाद आप आप यह से बाली होते हुए रणकपुर पहुच सकते हैं। फालना से सूर्य मंदिर रणकपुर की दूरी करीब 35 किलोमीटर हैं।
सूर्य मंदिर रणकपुर होटल ( Sun temple Ranakpur hotel )
यहा आने के बाद अगर आप यहा एक दिन से अधिक रूकना चाहते हैं तो इस स्थान के आसपास खूब होटल, और धर्मशाला हैं। यहा पर आप रूक सकते हैं।
ओम बन्ना धाम | Om banna dham
वैसे तो पाली में घुमने के लिए कई जगह परन्तु हमने जिन 5 स्थानों को कवर किया हैं उनसे सबसे अच्छे tourist place में से एक ओम बन्ना धाम राजस्थान के पाली में जोधपुर रोड हाईवे 65 पर स्तिथ हैं। इस स्थान धार्मिक मान्यताओ के अनुसार काफी पवित्र माना जाता हैं। ओम बन्ना को बुलेट बाबा के नाम से भी जाना जाता हैं। पाली में यह भी एक अच्छा स्थान हैं जहा हम घूम सकते हैं।
स्थान का नाम | ओम बन्ना धाम |
कहा आया हुआ हैं | पाली जिले के सादरी गाँव में |
पाली जिला मुख्यालय से दूरी | लगभग 23 किलोमीटर |
राज्य की राजधानी से दूरी | लगभग 326 किलोमीटर |
देश की राजधानी से दूरी | लगभग 590 किलोमीटर |
ओम बन्ना धाम कैसे जाये ( How to travel om banna dham )
- ओम बनना धाम जाने के लिए आप कैसे जा सकते हैं, वो जानना बेहद जरुरी हैं।
- अगर आप मुंबई, अजमेर, जोधपुर, उदयपुर की साइड से यहा आ रहे हैं तो आपको पहले पाली या जोधपुर आना होता हैं। ( फालना पाली जिले का शहर है )
- अगर आप पाली से ओम बन्ना धाम जाना चाहते हैं तो आपको जोधपुर की और जाना होता हैं यह स्थान राष्ट्रिय हाईवे नंबर 65 पर स्तिथ हैं। यह स्थान पाली और जोधपुर के बीच में ही आता हैं। पाली से ओम बन्ना धाम की दूरी करीब 23 किलोमीटर हैं।
अंतिम शब्द
इस लेख में हमने पाली में घुमने के लिए 5 बेहतरीन स्थानों के बारे में बताया गया हैं। Top 5 places to visit in pali के बारे में आपको इस लेख में जानकारी बताई गई हैं। उम्मीद करते हैं आपको यह लेख पसंद आया होगा। आप और किस स्थान के बारे में जानने कप उत्सुक हैं, हमे कमेंट कर के बता सकते हैं.