थल सेना दिवस कब मनाया जाता हैं ? 

Thal Sena Diwas in hindi नमस्कार दोस्तों, सन 1947 में जब भारत को आजादी मिली तो इसके ठीक बाद भारतीय थल सेना की स्थापना हुई थी। थल सेना दिवस भारत में 15 जनवरी को सेलिब्रेट किया जाता है। 

जिस दिन सेना के वीर जवान अपनी शक्ति का प्रदर्शन करके ।अपने देश के ऊपर सब कुछ न्योछावर कर देने के जुनून को और अधिक बल देते हैं ।और भारतवासियों कोई एहसास दिलाते हैं कि उनके रहते हुए देश का कोई अहित नहीं कर सकता।

थल सेना दिवस कब मनाया जाता हैं ? 

थल सेना दिवस हर साल 15 जनवरी को मनाया जाता हैं. वर्तमान समय की सेना प्रमुख का नाम जनरल विक्रम सिंह है।जो कि प्रतिवर्ष थल सेना दिवस के मौके पर सेना की तरफ से सेना दिवस का आयोजन करते हैं। 

भारतीय थल सेना का जिक्र करें,तो विश्व की दूसरी बड़ी सेना भारत के पास है। यह पूर्ण रूप से स्वैच्छिक सेवा है।भारतीय रक्षा मंत्रालय के तहत थल सेना का नियंत्रण और संचालन का कार्य संपादित होता है।

थल सेना दिवस | Thal sena diwas

भारतीय थल सेना में फील्ड मार्शल का पद उच्चतम होता है। यह एक मानद पद होता है ,जो केंद्र सरकार की अनुशंसा पर राष्ट्रपति के जरिए प्रदान किया जाता है। केवल विशेष परिस्थितियों में ही इसकी अनुशंसा की जाती है।अब तक भारतीय सेना के छह दशकों के इतिहास में महज दो अधिकारियों को ही फील्ड मार्शल का पद सौंपा गया है।

सेना दिवस के अवसर पर भारतीय सेना जो सुरक्षा का आश्वासन देश को देती है। वह उस पर आज तक खरी उतरती देखी गई है। वही देश में आए दिन आए हर संकट से जान की बाजी लगाकर लड़ती रहती है। 

और देश को सुरक्षित करने के लिए तमाम कोशिशें करती है ।चाहे वह संकट दुश्मनों की ओर से आया हो या फिर अन्य मोर्चे पर क्यों ना हो। भारतीय थल सेना प्राकृतिक आपदा, अशांति और उपद्रव की स्थितियों में बचाव और मानवीय सहायता पहुंचाने में प्रशासन का भरपूर सहयोग देती है।

और समय आने पर देश में होने वाली प्राकृतिक आपदा के दौरान भी भारतीय सेना अपना जी जान लगाकर देशवासियों की रक्षा में जुट जाती है ।उनका देश के प्रति यह जज्बा इतना मजबूत होता है कि सभी भारतीय आंख मूंदकर भारतीय सेना पर भरोसा करते हैं।थल सेना दिवस वास्तविकता में भारतीय सेना के वीर वीर जवानों को नमन करने का दिन होता है।

आर्मी डे यानी की थल सेना दिवस मनाने की वजह

15 जनवरी को आर्मी डे सेलिब्रेट करने के पीछे दो वजह जिसमे पहली वजह यह है कि 15 जनवरी 1949 के दिन से ही भारतीय सेना पूरी तरह से ब्रिटिश थल सेना से मुक्त हुई थी। वहीं दूसरी वजह का जिक्र करें तो इसी दिन जनरल केएम करियप्पा को भारतीय थल सेना का कमांडर इन चीफ की कमान संभाली थी। इस तरह से लेफ्टिनेंट करिअप्पा लोकतांत्रिक भारत के पहले सेना प्रमुख हुए थे। वही केएम करियप्पा ‘किप्पर’ नाम से बेहद मशहूर हुए।

आर्मी डे वाले दिन की गतिविधि

इस दिन दिल्ली के इंडिया गेट पर बनी अमर जवान ज्योति पर शहीदों को श्रद्धांजलि समर्पित की जाती है। इसके साथ ही शहीदों की वीरांगनाओं को या उनके घर वालों को सेना मेडल या अन्य पुरस्कारों से सम्मान सहित नवाजती है।

वही भारतीय आर्मी सेना का गठन 1776 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने कोलकाता में किया था ।आज भारती आर्मी के 53 कैंटोनमेंट और 9 आर्मी बेस मौजूद हैं।

यह थी कुछ सामान्य जानकारी Thal Sena Diwas in hindi के बारे में. 

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