संख्या किसे कहते है ? ( Sankhya kise kahte hai ) नमस्कार दोस्तों, वर्तमान समय में गणित के आंकड़ों पर गणना करना काफी आसान हो गया है क्योंकि इसके लिए कई तरह की तकनीक आ गई है ऐसे में संख्या के बारे में ज्ञान रखना काफी मुश्किल हो गया है।
इस आर्टिकल में आपको हम इसी के बारे में बताने जा रहे है कि संख्या किसे कहते है ? संख्या कितने प्रकार की होती है ? इन सब के बारे में जानकारी विस्तृत रूप से इस आर्टिकल में देने का प्रयास कर रहे है।
संख्या किसे कहते है ?
संख्या की परिभाषा को हम इस तरह से समझ सकते है : वे गणितीय वस्तुएं जिनका उपयोग मापने या गणना करने के लिए किया जाता है उन्हें संख्या कहते है। संख्या जैसे 5,0,8 यह निम्न है। संख्या केवल एक प्रकार की नही होती बल्कि यह 12 प्रकार की होती है।
संख्या कितने प्रकार की होती है ?
संख्या मुख्य रूप से 12 प्रकार की होती है। यह सभी संख्या इस प्रकार है। संख्या के प्रकार इस तरह से है –
प्राकृतिक संख्या :
यह वो संख्या होती है जो मुख्य रूप से हम इस्तेमाल करते है। यह सबसे सामान्य संख्या है जैसे 1, 2, 3, 5, इत्यादि।
सम संख्या :
यह वो संख्या होती है जो मुख्य रूप से 2 से विभाजित होती है। यह सबसे सामान्य संख्या है जैसे 2, 4, 6, इत्यादि।
विषम संख्या :
यह वो संख्या होती है जो मुख्य रूप से 2 से विभाजित नही होती है। यह सबसे सामान्य संख्या है जैसे 1, 3, 5, इत्यादि।
पूर्णांक संख्या :
ऐसी संख्या जो धनाताम्क, ऋणात्मक और उदासीन संख्या से मिल कर बनती है जैसे -5, -7, 0, 2, इत्यादि।
पूर्ण संख्या :
प्राकृतिक संख्या में 0 से जुड़ कर नई संख्या बनाती है। यह संख्या 0 से चलकर अंततः तक चलती है। जैसे 0, 1, 2, 3, 4 इत्यादि।
भाज्य संख्या :
इसमें वो संख्या आती है जो 1 और स्वयं की संख्या से विभाजित होती है जैसे 4, 6, 8 इत्यादि।
अभाज्य संख्या :
इसमें वो संख्या आती है जो 1 और स्वयं की संख्या से विभाजित नही होती है जैसे 2, 3, 5 इत्यादि।
सह अभाज्य संख्या :
इसमें वो संख्या आती है जिसमे कम से कम 2 अभाज्य संख्या का एक समूह 1 हो, वो सह अभाज्य संख्या कहलाती है जैसे ( 2, 4 ) , ( 2, 3 )
परिमेय संख्या :
ऐसी एक संख्या है जिसमे जिनसे ( p/q) के रूप में लिखा होता है। वो परिमेय संख्या कहलाती है। ( q का मान 0 होना चाहिए ) जैसे – 5, 2/3, 11/4, √25
अपरिमेय संख्या :
ऐसी एक संख्या है जिसमे जिनसे ( p/q) के रूप में नही लिखा होता है। वो अपरिमेय संख्या कहलाती है। जैसे – √3, √7, √11, √17, √117, √223
वास्त्विक संख्या :
यह संख्या परिमेय और अपरिमेय संख्या से मिलकर बनते है। इसके उदाहण समझे तो यह √3, √7, √11, √17, √117, √223 कुछ निम्न है।
अवास्तविक संख्या :
इस प्रकार की संख्या मुख्य रूप से काल्पनिक संख्या है जो वास्तविक नही होते है जैसे √3, √7, √11, √17, √117, √223