Rajasthan ki sabse lambi nadi ( राजस्थान की सबसे लंबी नदी ) : नमस्कार दोस्तों, देश के कई अलग – अलग हिस्सों में काफी नदियाँ बहती हैं। उन नदियों में आपको भारत की सबसे लंबी नदी के बारे में तो पहले ही बताया हुआ हैं।
आप अगर राजस्थान राज्य में किसी एग्जाम जैसे राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा की तेयारी कर रहे हैं तो यह लेख आपके लिए बेहद ही अच्छा हैं। इस लेख के माध्यम से आपको राजस्थान की सबसे लंबी नदी के बारे में बताया जाएगा।
अगर आप भी राजस्थान की सबसे लंबी नदी के बारे में जानना चाहते हैं तो इस लेख को अंतिम तक जरुर पढ़े। ताकि आपको इसके बारे में पूरी जानकारी मिल सके।
Rajasthan ki sabse lambi nadi | राजस्थान की सबसे लंबी नदी
हम सब जानते हैं की जल प्रवाह के हिसाब से राजस्थान की सबसे बड़ी नदी चम्बल नदी हैं। इसके अलावा भी राजस्थान में कई नदिया हैं जो जल प्रवाह के हिसाब से अपना एक निस्चित स्थान रखती है। राजस्थान की टॉप 10 सबसे लंबी नदी जिसके बारे में आप जरुर पढ़े। यह टॉपिक आपके राज्य में किसी भी प्रकार की परीक्षा के लिए बेहद जरुरी हैं। इन नदियों की लम्बाई अलग हो सकती हैं और इनका क्रम भी अलग हो सकता हैं।
क्रम संख्या | नदी का नाम | लम्बाई |
1 | चम्बल नदी | 1024 किलोमीटर |
2 | बनास नदी | 512 किलोमीटर |
3 | माही नदी | 583 किलोमीटर |
4 | लूनी नदी | 495 किलोमीटर |
5 | कांटली नदी | 100 किलोमीटर |
6 | बाणगंगा नदी | 240 किलोमीटर |
7 | पार्वती नदी | 70 किलोमीटर |
8 | गंभीरी नदी | 495 किलोमीटर |
9 | घग्घर नदी | 320 किलोमीटर |
10 | जवाई नदी | 96 किलोमीटर |
यह लम्बाई अलग हो सकती हैं। आधिकारिक स्त्रोत को प्राथमिकता दे।
राजस्थान की सबसे लंबी नदी | Rajasthan ki sabse lambi naid
राजस्थान की सबसे लंबी नदी में सबसे पहले नाम आता हैं चम्बल नदी का। चम्बल नदी राजस्थान की सबसे लंबी नदी मानी जाती है।
Chambal nadi | चम्बल नदी
चम्बल राजस्थान की एकमात्र बारहमासी बहने वाली वाली नदी के रूप में जानी जाती हैं। यह राजस्थान में बहने वाली सबसे लंबी नदी हैं जो मध्यप्रदेश के महू के मुनाबाव पहाड़ी से निकलती हैं। यह नदी भारत की नदियों की सूची में शामिल हैं। यह नदी भारत में उत्तर तथा उत्तर-मध्य भाग में राजस्थान के कोटा तथा धौलपुर, मध्य प्रदेश के धार, उज्जैन, रतलाम, मन्दसौर, भिंड, मुरैना आदि जिलों से होकर बहती है।
Banas Nadi | बनास नदी
Rajasthan ki sabse lambi nadi की सूची में यह नदी भी अपना एक स्थान रखती हैं। राजस्थान में बहने वाली यह नदी राजस्थान की अंतर्प्रवाह वाली नदी हैं। बनास नदी को वन की आशा भी कहा जाता हैं। राजस्थान में बहने वाली यह नदी राजसमंद जिले के अरावली पर्वत श्रेणियों में कुंभलगढ़ के पास ‘खमनोर की पहाडी’ से निकलती है। यह नाथद्वारा, राजसमंद और भीलवाड़ा जिलों में बहती हुई टौंक, सवाई माधोपुर के पश्चात रामेश्वरम सवाई माधोपुरके समीप चंबल में गिर जाती है। राजस्थान में इसकी लम्बाई 480 किलोमीटर हैं।
Mahi nadi | माही नदी
राजस्थान में बहने वाली नदियो की सूची में यह नदी ही अपना एक स्थान रखती है। यह नदी जयसमंद झील से निकलती हैं जो मध्य प्रदेश के धार, झाबुआ और रतलाम जिलों तथा गुजरात राजस्थान राज्य से होती हुई खंभात की खाड़ी द्वारा अरब सागर में गिरती है। मही नदी की लम्बाई 578 किलोमीटर हैं।
Luni Nadi | लूनी नदी
लूनी नदी पच्छिमी राजस्थान की सबसे लंबी और बड़ी नदी हैं। लूनी नदी अजमेर के नाग पहाड़ से निकलती हैं। राजस्थान के पच्छिमी भाग में बहने वाली इस नदी की कुल लम्बाई 495 किलोमीटर हैं। लूनी नदी की कई सहायक नदिया हैं जैसे जोजडी, मीठडी,लीलडी, बाण्डी, सुकडी जवाई, खारी,सगाई, सागी, गुहिया इतियादी। इस लूनी नदी का पानी इसके उद्गम स्थान से लेकर बालोतरा तक तो मीठा होता हैं उसके बाद इस नदी का पानी खारा हो जाता हैं जिसका कारण हैं उस क्षेत्र में रेगिस्थान और लावनियता।
Kantli nadi | कांटली नदी
कांटली नदी राजस्थान एक ऐसी ऐसी नदी हैं जो केवल 100 किलोमीटर तक अपना पानी के बहाव ले जाती हैं। इस नदी का उद्गम स्थान सीकर जिले की खंडाला की पहाडियों से हैं। 100 किलोमीटर का सफ़र तय करते हुए यह नदी चुरू और झुंझुंनु की सीमा पर समाप्त हो जाती हैं। कांटली नदी पर गणेश्वर सभ्यता से जुड़े प्रमाण भी मिले हैं।
Banganga nadi | बाणगंगा नदी
बाणगंगा नदी भारत की सबसे लंबी नदी में से एक यमुना नदी की सहायक नदी मानी जाती हैं। यह नदी राजस्थान की राजधानी जयपुर में स्तिथ बैराठ की पहाडियों से निकलती हैं। इस नदी की कुल लम्बाई 380 किलोमीटर हैं। बाणगंगा नदी राजस्थान के तीन जिलो में बहती हैं जिसमे जयपुर, दौसा और भरतपुर हैं। इसे बाद यह नदी अंतिम में भरतपुर में यमुना नदी में मिल जाती हैं।
Parvati nadi | पार्वती नदी
राजस्थान की नदिया में यह नदी भी अपना एक महत्वपूर्ण नदी के रूप में स्थान रखती हैं। यह नदी मध्यप्रदेश की नदी हैं जिसे वहा के सामान्य शब्दों में इसे पारा कहा जाता हैं। इस नदी का उद्गम स्थान विध्यांचल की पर्वत श्रेणियों में सिद्दीकगंज ग्राम से निकलती हैं के पास स्तिथ रामपुरा बाँध से निकलती हैं। इसके बाद यह नदी चम्बल नदी में मिल जाती हैं। पार्वती नदी की लम्बाई करीब 383 किलोमीटर हैं।
Gambhiri nadi | गंभीरी नदी
गंभीरी नदी को उटंगन नदी के नाम से भी जाना जाता हैं। यह नदी भी राजस्थान की नदियों में अपना एक महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। यह नदी राजस्थान के साथ – साथ उत्तर प्रदेश में भी बहती हैं। इस नदी की कुल लम्बाई 288 किलोमीटर हैं। यह नदी अपने अंतिम छोर में यमुना नदी में मिल जाती हैं।
Ghaggar nadi | घग्गर नदी
इस नदी को प्राचीन और वैदिक नदी के रूप में भी जाना जाता हैं. गंभीरी नदी को सरस्वती नदी के नाम से भी जाना जाता हैं. यह नदी राजस्थान के साथ पाकिस्तान में भी बहती है. वर्षा के समय में इस नदी में भारी तूफ़ान आता हैं और इस नदी का पानी पाकिस्तान के फोर्ट अब्बास तक चला जाता हैं. यह नदी राजस्थान की ऐसी नदी जो वर्तमान में आंशिक रूप से विलुप्त हो चुकी हैं.
Jawai nadi | जवाई नदी
राजस्थान में बहने वाली सबसे लंबी नदी की सूची में हमने इस नदी को भी शामिल किया हैं. यह नदी राजस्थान के पाली के बाली के गोरिया गाँव से निकलती हैं. यह नदी लूनी नदी की सहायक नदी हैं. इस नदी के ऊपर सुमेरपुर में एक बांध बना हुआ हैं. इस नदी की लम्बाई 96 किलोमीटर हैं.
राजस्थान की नदिया | Rajasthan ki nadiya
इन नदियों के अलावा भी और राजस्थान में कई नदिया हैं. इन सब नदियों के अलावा राजस्थान में और नदियों की सूची में बांडी नदी इतियादी शामिल हैं.
राजस्थान के 2 जिले ऐसे हैं जहा पर पर कोई नदी नही हैं जिसमे चुरू और बीकानेर वो जिले हैं.
निष्कर्ष
इस लेख में आपको Rajasthan ki sabse lambi nadi ( राजस्थान की सबसे लंबी नदी ) के बारे में बताया गया हैं. उम्मीद करते हैं आपको यह लेख पसंद आया होगा. यह पूरा डाटा Google search से लिया गया है.