भारतीय संविधान के तीन स्तम्भ ( Bhartiya samvidhan ke tin stambh ) हमारा संविधान दुनिया के सबसे बड़ा लिखित संविधान है। भारतीय संविधान को बनने में पुरे 2 वर्ष, 11 माह और 18 दिन लगे थे। क्या आपको पता है की भारतीय संविधान के कितने भाग है? या भारतीय संविधान के तीन स्तम्भ क्या है?
अगर आपको इसके बारे में जानकारी नही है तो आपको चिंता करने की जरूरत नही है। हम आपको इस आर्टिकल में इससे पूरी जानकारी दे रहे है। इस आर्टिकल को पढने के बाद आपके मन में इससे जुड़े सभी सवालों का हल मिल जाएगा।
भारतीय संविधान के तीन स्तम्भ
भारतीय संविधान के तीन स्तम्भ यह मुख्य है : विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका, यह संविधान के तीन अंग और तीन स्तम्भ है। हर देश में शासन और प्रशासन चलाने के लिए सबके अपने कानूनी पेंच है। ऐसे ही भारतीय संविधान में तीन अंग है जो देश में कानून बनाने, कानून का पालन कराने वाले और कानून न मानने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने हेतु जाने जाते है।
यह भी पढ़े : लोकतंत्र के चार स्तम्भ
संविधान के यह तीन अंग है।
संविधान के यह तीन अंग प्रमुख है जी भारतीय संविधान के स्तम्भ भी माने जाते है।
विधायिका
विधायिका संविधान का पहला और सबसे महत्वपूर्ण स्तम्भ होता है। भारतीय संविधान में विधायिका, कानून बनाने का कार्य करती है। देश में कानून बनाने की प्रक्रिया और बनाने की पूरी जिम्मेदारी विधायिका को होती है। विधायिका द्वारा बनाये गये कानून राजा और जनता, दोनों के लिए मान्य होते है।
कार्यप्रणाली
विधायिका के बाद कार्यप्रणाली संविधान का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण अंग होता है। विधायिका जो कानून बनाती है उन कानूनों को लोगो तक पहुचना और उनका व्यापक प्रचार करना कार्यपालिका का काम होता है। विधायिका कानून बनती है और कार्यपालिका उन कानूनों को लोगो तक पहुचाती है।
न्यायपालिका
संविधान का तीसरा और महत्वपूर्ण अंग या यूँ कहे की संविधान का तीसरा स्तम्भ न्यायपालिका भी है। न्यायपालिका संविधान का तीसरा अंग होता है और उसका कार्य होता है की अगर कोई कानून का पालन नही करता है या उन कानूनों का उलंघन करता है तो न्यायपालिका उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही करती है। न्यायपालिका में कानून नहीं मानने वालों के खिलाफ सजा का भी प्रावधान है।
आपने क्या सीखा ?
हमे आशा है की आपको भारतीय संविधान के तीन स्तम्भ ( Bhartiya samvidhan ke tin stambh ) विषय के बारे में दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी। अगर आपको इस विषय के बारे में कोई Doubts है तो वो आप हमे नीचे कमेंट कर के बता सकते है। आपके इन्ही विचारों से हमें कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिलेगा।