कार्यपालिका किसे कहते है? ( Karyapalika kise kahte hain ) भारतीय संविधान के तीन सबसे महत्वपूर्ण अंग है। संविधान के तीन सबसे महत्पूर्ण अंगों में कार्यपालिका एक महत्वपूर्ण अंग है। संविधान के इन तीन अंगों में से एक महत्वपूर्ण अंग कार्यपालिका के बारे में इस लेख में बता रहे है।
इस आर्टिकल में कार्यपालिका क्या है? के बारे में बताने जा रहे है। इस आर्टिकल को अंत तक पढ़े ताकि इसके बारे में पूरी जानकारी आपको मिल सके।
कार्यपालिका किसे कहते है?
कार्यपालिका को हम एक सामान्य परिभाषा से समझे तो इसका मतलब होता है “संविधान का वो अंग जो देश में विधायिका द्वारा बनाये गये कानूनों आमजन तक पहुचाना।” कार्यपालिका का मुख्य कार्य होता है कानून को जनता तक पहुचाना। विधायिका संविधान का दूसरा सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है।
संविधान के चार स्तंभों में से यह दूसरा स्तम्भ है और सबसे महत्वपूर्ण है। देश में जितने भी कानून बने है या भविष्य में कानून बनते है उनको जनता तक पहुचाने का कार्य कार्यपालिका के पास होता है। केंद्र की कार्यपालिका की शक्ति राष्ट्रपति के पास होती है।
कार्यपालिका के अंग के रूप में सबसे पहला स्तर होता है राष्टपति का, वही दूसरा स्तर होता है उपराष्ट्रपति का और तीसरा स्तर प्रधानमंत्री होता है। हालांकि मंत्रिमंडल को भी कार्यपालिका के अंग के रूप में भी जाना जाता है।
आपने क्या सीखा ?
हमे आशा है की आपको कार्यपालिका किसे कहते है? ( Karyapalika kise kahte hain ) विषय के बारे में दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी। अगर आपको इस विषय के बारे में कोई Doubts है तो वो आप हमे नीचे कमेंट कर के बता सकते है। आपके इन्ही विचारों से हमें कुछ सीखने और कुछ सुधारने का मोका मिलेगा।