डर को दूर कैसे करें? ( Dar ko dur kaise kare ) नमस्कार दोस्तों, जैसा की हम जानते है की आदमी हो या औरत या बच्चे हो या बूढ़े, हर किसी को किसी न किसी प्रकार का डर हो होता ही है। डर से निपटने के लिए कुछ लोग अपना खुद का तरीका निकाल देते है तो कुछ लोग उस डर के बारे में सोच कर ही डर जाते है।
डर को दूर कैसे करें?
डर एक ऐसी चीज है जो एक बार किसी के मन में बैठ जाए तो उसको वापस मन से निकालना जरुरी हो जाता है। काफी कम लोग कैसे होते है जो अपने डर को निकालने का प्रयास करते है और अपने डर को दूर करने लिए कुछ न कुछ तरीके ढूंढते रहते है।
डर को दूर करने के तरीके –
अगर किसी के मन में डर है तो उस डर को दूर करने के लिए हम आग कुछ आसान तरीके बताने जा रहे है, आईये जानते है इनके बारे में।
डर के बारे में न सोचे
डर के बारे में सोचना ही आपको डर के सबसे करीब ले जाता है। अगर आप डर के बारे में ज्यादा सोचते है तो वो आपके दिमाग पर ज्यादा हावी हो जाता है। जितना डर आपके दिमाग पर हावी होगा, उतना ही आपको ज्यादा डर लगेगा।
डर को दूर करने की हिम्मत करे
डर को दूर करने के लिए आपको हिम्मत की जरूरत होती है। अगर आपने थोड़ी सी भी हिम्मत है उस डर का सामना करने की तो आप डर को दूर कर सकते है। इसके साथ ही हमेशा ही सकारात्मक रहे और दिमाग में डर का भूत दूर हो सकता है।
हमेशा ही सकारात्मक रहे
हमेशा ही डर को दूर करने के लिए सकारात्मक सोचे और दिमाग को स्तर रख सकारात्मक पहलु के साथ सोचना पसंद करे। हमेशा ही पॉजिटिव सोच रखे और डर को सामना करने हेतु तैयार रहे। सोच सकारात्मक रखे।
भविष्य के बारे में ज्यादा न सोचे
डर आने का मतलब है की हमे अपने भविष्य को लेकर काफी चिंता रहती है, अगर आपके मन में भी भविष्य को लेकर सवाल आ रहा है तो उन्हें त्याग दे और भविष्य के बारे में बिलकुल भी न सोचे। क्योंकि कई बार भविष्य की बातें ही हमे डराती है।
ज्यादा न सोचे
किसी भी तरह की बातें और डर हो, उनके बारे में ज्यादा न सोचे। जितना ज्यादा सोचते है उतना ही हमे डर के बारे में डर लगने लगता है। किसी भी ऐसे विषय के बारे में ज्यादा न सोचे, जितना आप ज्यादा सोचते है उतना ही आपको डर लगता है।
अंतिम शब्द
इस आर्टिकल में हमने आपको डर को दूर कैसे करें? ( Dar ko dur kaise kare ) के बारे में बताने का प्रयास किया है। आप के मन भी डर और भय रहता है तो आप इस आर्टिकल में बताये गये पॉइंट और टिप्स को अपना सकते है।