A se gya tak ( अ से ज्ञ तक ) नमस्कार दोस्तों, हम जानते है की हिंदी व्याकरण की सबसे छोटी ईकाई वर्ण होती है। वर्ण में स्वर और व्यंजन दोनों ही आती है। हिंदी में कुल 13 स्वर और 36 व्यंजन होते है।
हिंदी भाषा में जब भी कोई लिखते है तो स्वर और वयंजन दोनों को ही मिलकर किसी शब्द, या वाक्य को लिखते है। हिंदी में जितने भी स्वर के साथ कुछ व्यंजन होते है वो ही अ से ज्ञ होते है। आईये जानते है इन स्वरों के बारे में विस्तार से –
अ से ज्ञ तक
हिंदी में 49 वर्ण होते है जो अ से शुरू होते है और अः पर ख़त्म होते है। यह सभी वो स्वर होते है जैसे –
- अ,
- आ,
- इ,
- ई,
- उ,
- ऊ,
- ऋ,
- ए,
- ऐ,
- ओ,
- औ,
- अं,
- अः,
- क,
- ख,
- ग,
- घ,
- ड़,
- च,
- छ,
- ज,
- झ,
- ञ,
- ट,
- ठ,
- ड,
- ढ,
- ण,
- त,
- थ,
- द,
- ध,
- न,
- प,
- फ,
- ब,
- भ,
- म,
- य,
- र,
- ल,
- व,
- श,
- ष,
- स,
- ह,
- क्ष,
- त्र,
- ज्ञ
हिंदी के सभी स्वरों और व्यंजनों को मिलाये तो यह अ से ज्ञ तक बन जाता है।
आ से ज्ञ तक
Aa se gya tak ( आ से ज्ञ तक भी इसी में है। जब भी अ, आ पढना शुरू करे तो उसे अ से शुरू करने की बजे आ से शुरू करे।
अंतिम शब्द
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