भारतीय राजदंड के रूप में सेंगोल Sengol kya hota hai in hindi को भारत में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी मोदी को दिया गया है. उनको एक तरह है नए उत्तराधिकारी को सत्ता हस्तांतरण के मानक के रूप में दिया गया है.
इसे “गद्दी के लिए कुछ संकल्प देने वाला माना जाता है.” कहा जाता है. सेंगोल को सोंपना एक राजनीतिक प्रक्रिया के रूप में आज दिनांक 27 मई 2023 को सम्पन्न हुई है. scepter is known as sengol in english.
What is Sengol in Parliament?
दरअसल sengol chola dynasty का इतिहास ही एक राज्य या संघ को उसके नए उत्तराधिकारी को आधिकारिक रूप से सत्ता सौंपने की प्रक्रिया के तौर पर रहा है.
इस प्रक्रिया में देश राज्य के नेतृत्व करने वाले शक्श को संतों या गणमान्य लोगो द्वारा आयोजन किया जाता है.इसमें देश राज्य के प्रधानमंत्री, प्रधान सेवक और उच्च स्थानाधिकारी, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, राष्ट्रपति, या संघ के अध्यक्ष सम्मिलित होते है. सेंगोल को सोंपने से नई सरकार के गठन को सुविधाजनक और संविधानिक ढंग से चलाने की प्रेरणा मिलती है.
Importance of Sengol
नए उत्तराधिकारी को सेंगोल हस्तांतरण के रूप में भेंट किये जाने वाले सुनहरे राजदंड पर कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट निम्नानुसार हैं
- सेंगोल, भारतीय लोकतंत्र में प्राचीन प्रणाली रही है, जिसके तहत एक प्रतिनिधि सरकार के नए उत्तराधिकारी को सत्ता हस्तांतरण के दौरान सोंपी जाती है.
- यह प्रक्रिया संविधान और नियमों के अनुसार चलती है और इसके लिए शुभ मुहूर्त चुना जाता है.
- सेंगोल देने की प्रक्रिया आमतौर पर राजा, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, राज्यपाल, या संघ के अध्यक्ष को पदभार देने के लिए प्रतीकात्मक तौर पर आयोजित की जाती है.
- इसमें नए उत्तराधिकारी को सत्ता के लिए शपथ लेनी होती है और उसे आधिकारिक रूप से राजदंड सौंपी जाती है.
- सेंगोल के माध्यम से सत्ताधारी सरकार और सत्ताधारी दल का सम्बंधित नए उत्तराधिकारी के साथ समाप्त होता है.
- इस प्रक्रिया में उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश या अन्य अधिकृतों की उपस्थिति हो सकती है, जो प्रधानमंत्री को संबंधित मामलों पर निर्णय देते हैं.
- सेंगोल के माध्यम से, सत्ताधारी सरकार का समर्थन और संवाद संकेत दिया जाता है, जो नए उत्तराधिकारी को सत्ता संभालने के लिए महत्वपूर्ण होता है.
- इस प्रक्रिया में निर्धारित नियमों और कानूनी विधियों का पालन किया जाता है ताकि सत्ता का हस्तांतरण वैदिक रूप से संपन्न हो सके.
- सेंगोल भेंट करने का उद्देश्य सत्ताधारी सरकार और नए उत्तराधिकारी के बीच स्थायी और शांतिपूर्ण पदभार सँभालने की प्रक्रिया सुनिश्चित करना है.
- यह प्रक्रिया भारतीय लोकतंत्र के ऐतिहासिक इवेंट है और देश के संविधानिक न्यायाधिकार का पालन करता है
Today’s sengol controversy in hindi
यहां तक कि सेंगोल देने की प्रक्रिया राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तरों पर Sengol Controvrsy Congress अनुसंधान, अध्ययन और तुलनात्मक विश्लेषण का विषय बन चुकी है. sengol congress की टीम द्वारा सिरे से ख़ारिज करने के कारण विवाद में छाया रहा. मोदी जी और अमित शाह ने नेहरु को सेंगोल भेंट करने को लेकर कांग्रेस पर पलटवार भी किया.
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faqs on Sengol in hindi
यह 18 इंच का pure gold से बना scepter है जिस पर पवित्र नंदी उकेरी हुई है जिसे सनातन धर्म की प्रतीक के तौर पर चुना गया.
राजदंड के रूप में जाना जाने वाला सेंगोल Sengol तकरीबन 1300 साल पुराना है.
भारतीय की नयी संसद में प्रवेश और मुहूर्त से पहले मोदी जी को सेगोल भेंट की गई है.
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Final Words
तो आज आपने जाना कि सेंगोल क्या है ? यदि आपको किसी और विशेष विवरण या अलग विषय पर ज्ञानवर्धक जानकारी लेनी है , तो कृपया कमेन्ट में बताएं, आपकी सहायता करने के लिए हमारी टीम पूरी कोशिश करेगी.