संकष्टी चतुर्थी 2023 ( Sankashti chaturthi 2023 ) जैसा की हम जानते है की हिन्दू महीनों में हर माह में 2 बार चतुर्थी होती है जिसमे एक संकष्टी चतुर्थी और दूसरी वियानाकी चतुर्थी। हर माह में दो पक्ष होते है जिसमे एक कृष्ण पक्ष ( अँधेरा पग ) और दूसरा शुल्क पक्ष ( उजाला पग )।
हर हिन्दू माह में कृष्ण पक्ष में एक चतुर्थी आती है जिसको संकष्टी चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है। वैसे दोनों चतुर्थी के दिन पर भगवान गणेश की पूजा की जाती है साथ ही इस दिवस पर व्रत रखने का भी प्रचलन है।
आईये जानते है की इस साल यानी 2023 में संकष्टी चतुर्थी कब-कब आएगी। इसके बारे में पूरी जानकारी।
2023 में संकष्टी चतुर्थी कब आएगी ?
आगे हम पुरे साल में कब-कब संकष्टी चतुर्थी आएगी, इसके बारे में पूरी जानकारी दे रहे है। यह पूरी जानकारी वार, दिनांक और समय के बारे में भी जानकारी दे रहे है।
वार — दिनांक — चतुर्थी — समय
मंगलवार, 10 जनवरी अंगारकी चतुर्थी- 09-18
गुरुवार, 09 फरवरी संकष्टी चतुर्थी- 09-35
शनिवार, 11 मार्च संकष्टी चतुर्थी- 10-06
रविवार, 09 अप्रैल संकष्टी चतुर्थी- 09-56
सोमवार, 08 मई संकष्टी चतुर्थी- 09-53
बुधवार, 07 जून संकष्टी चतुर्थी- 10-44
गुरुवार, 06 जुलाई संकष्टी चतुर्थी- 10-14
शुक्रवार, 04 अगस्त संकष्टी चतुर्थी- 09-32
रविवार, 03 सितंबर संकष्टी चतुर्थी- 10-37
मंगलवार, 19 सितंबर-गणेश चतुर्थी- 09-20
गुरुवार 28 सितंबर-अनंत चतुर्दशी- 00-00
सोमवार, 02 अक्टूबर संकष्टी चतुर्थी- 08-39
बुधवार, 01 नवंबर संकष्टी चतुर्थी- 08-57
गुरुवार, 30 नवंबर संकष्टी चतुर्थी- 08-35
शनिवार, 30 दिसंबर संकष्टी चतुर्थी- 09-09
संकष्टी चतुर्थी का महत्त्व –
जैसा की हम जानते है और इसके नाम से ही पता चलता है की संकट हरने वाली चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी के नाम से जानते है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा की जाती है क्योंकि भगवान गणेश भी संकट हरने वाले है।
अगर किसी के जीवन में संकट है या वो परेशानी और कठिनायों से परेशान है जी उसे इस चतुर्थी का अवकाश रखना चाहिए और गौरी पुत्र गणेश की पूजा अर्चना करनी चाहिए। इससे उसके जीवन में संकट दूर होते है। संकट चतुर्थी हर हिन्दू माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को कहा जाता है।