पेन का अविष्कार किसने क्या ?

Pen ka avishkar kisne kiya in hindi नमस्कार दोस्तों, हम अक्सर पेन का इस्तेमाल करते हैं. क्या आप जानते हैं की पेन का अविष्कार किसने क्या ? अगर नही तो आपको इस लेख में इसी के बारे में बताया जाएगा. 

Pen ka avishkar kisne kiya ?

पेन का अविष्कार थाले वाटरमैन ने सन 1884 में किया था। यह मूल रूप से अमेरिका के थे. यदि आप वर्तमान में एक पेन का उपयोग करते हैं और आप सामान्यतः लिखने के लिए पेन का उपयोग करते हैं तो आपको यह जानना भी आवश्यक होगा कि पेन का आविष्कार किसने किया था। 

वर्तमान में जो पेन हम उपयोग में ले रहे हैं क्या यह शुरुआत में ही ऐसा बन गया था। ऐसा नहीं है। वर्तमान में जो पेन हम उपयोग में ले रहे हैं उसको बनाने में कई सदियां गुजरी है तथा इसके विभिन्न प्रकार है तो आइए आज हम इस लेख में चर्चा करेंगे कि पेन का आविष्कार किसने किया और कैसे किया? 

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  •  पेन का निर्माण करने से पहले यह ब्रुश के आकार का था। पेन का निर्माण सर्वप्रथम मिश्र वासियों ने किया था। पेन का सबसे पहले उपयोग चीनियों ने किया था और वह भी सहस्राब्दी लिखने के लिए किया था।
  • सर्वप्रथम प्राचीन काल में पेन पक्षियों के पंखों के बने होते थे जिनका उपयोग शास्त्रों को लिखने में किया जाता था।
  • 19वीं शताब्दी तक स्पेन का उपयोग यूरोप महाद्वीप में भी किया जाने लगा था। यूरोप वासियों ने पेन के भौतिक आकार में विभिन्न प्रकार के परिवर्तन किए उन्होंने धातु का पेन बनाया तथा लिखने वाले सिरे का भी आकार बदल दिया था। यूरोप वासियों द्वारा बनाए गए इस पेन का उपयोग शास्त्रीय काल में सामान्यतः किया जाता था।
  • यूरोप वासियों द्वारा बनाए गए इस पेन का उपयोग बहुत ही कम किया जाता था और इस पेन का अवशेष पॉम्पेई के खंडवा में अवशेष के रूप में पाया जाता है।
  • पेन का आविष्कार वैसे तो मिश्र वासियों ने किया था लेकिन धीरे-धीरे इस का आधुनिक रूप यूरोप वासियों ने ही दुनिया को बताया था।
  • इंग्लैंड के वैज्ञानिक जॉन मिशेल जो कि बर्मिंघम में रहते थे। जॉन मिशेल्ल ने पेन का सर्वप्रथम आविष्कार किया था। जॉन मिशेल के 2 वर्ष पश्चात एक अंग्रेजी वैज्ञानिक और आविष्कारक कलम बिंदु जेम्स पेरी ने दोनों तरफ से चलने वाले पेन का निर्माण किया था जो कि बहुत ही लचीला प्रकार का पेन था। 
  • लेकिन दोनों तरफ से चलने वाले पेन में यह समस्या थी कि इसमें लगातार  स्याही भरने  की आवश्यकता होती थी। इस समस्या को खत्म करने के लिए वैज्ञानिकों ने एक फाउंटेन पेन का आविष्कार किया जिसमें एक स्याही भरने का कोष रहता था और उसको उसमें शायरी को भर दिया जाता था।

फाउंटेन पेन का आविष्कार किसने किया था?

फाउंटेन पेन का आविष्कार मुख्यतः अमेरिकी आविष्कारक थाले वाटरमैन ने सन 1884 में किया था। दुनिया का पहला एकमात्र पेन का मॉडल सन 1895 में सामने आया था। इस पेन के मॉडल का पहली बार पेटेंट करवाया गया था। 

इस पेन को सामान्यता ” बीरों” कहा जाता था। इस पेन का आविष्कार अर्जेंटीना में रहने वाले एक आविष्कारक हंगेरियन ने किया था। इस पेन को बोलचाल की भाषा में बॉल पॉइंट पैन कहा जाता था।

बॉल पॉइंट पेन का दुनिया में धीरे-धीरे बहुत ही अधिक मात्रा में उपयोग किया जाने लगा था। बॉल पॉइंट पेन का उपयोग भी दुनिया में वाणिज्यिक तौर पर किया जाने लगा तथा इसका उत्पादन भी किया जाने लगा था।

बॉल पॉइंट पेन से लिखते समय इसकी राइटिंग बहुत ही अधिक शानदार होती थी। बॉल पॉइंट पेन में एक धातु की गेंद होती थी जिसमें एक सॉकेट रखा जाता था और वह गेंद स्वतंत्र रूप से घूमती रहती थी और जिस जगह लिखा जाता था वहां पर वह स्याही को लगातार छोड़ दी जाती थी।

पैन में उपयोग होने वाली स्याही का आविष्कार कैसे हुआ?

पैन में भरने वाली स्याही एक विभिन्न अलग-अलग रंगों का गोल होता है जोकि मुख्यतः काला या गहरा नीला होता है। पेन में बनने वाली स्याही का निर्माण सर्वप्रथम 2500 ईसा पूर्व में मिस्र और चीन में इसका निर्माण किया था। इसका निर्माण करने में सामान्यत: है गोंद का उपयोग किया जाता था।

इस स्याही का उपयोग करने से पहले इसको पानी के साथ मिलाया जाता था। वर्तमान में उपयोग में आने वाले पेन में स्याही के रूप में सामान्यत: लौह सल्फेट से बने कार्बनिक पदार्थ कि मात्रा के साथ इसे मिलाया जाता है और इसका रंग नीला करने के लिए इसमें नीला पाउडर मिलाया जाता है।

निष्कर्ष

 हमारे द्वारा दी गई Pen ka avishkar kisne kiya in hindi के बारे में जानकारी आपको कैसी लगी यदि अच्छी लगी हो तो कृपया कमेंट बॉक्स में कमेंट करके बताइए। यदि आपको पेन से संबंधित किसी भी प्रकार का क्वेश्चन करना है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में निसंकोच क्वेश्चन कर सकते हैं हम आप के सभी क्वेश्चन का उत्तर देने की पूर्ण कोशिश करेंगे। 

इसके साथ ही यदि आप हमें इस लेख से हमें कोई सुझाव देना चाहें तो आपका स्वागत है। यदि आपको हमारा यह लेख अच्छा लगा हो तो इसे अपने मित्रों के साथ शेयर जरुर करिएगा।

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